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8 अप्रैल को चैत्र अमावस्या मे लगाने जारहा सबसे बड़ा सूर्यग्रहण । क्या भारत में दिखेगा

इस बार 8 अप्रैल को जिसदिन चैत्र अमावस्या है। साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है 50 साल के बाद लगने जा रहा सुरर्य ग्रहण होगा और इस सूर्य ग्रहण के दौरान 7 मिनट तक पूरी धरती पर अंधकार छा जाएगा सूर्य को चंद्रमा पूरी तरह से ढक लेगा इससे 7 मिनट तक पूरी तरह ब्लैक आउट हो जायेगा.


मैक्सिको कनाडा और उत्तरी अमेरिका में दिख सकता है चन्द्रगरहन।

अज 2024 से ग्रहण के मामले में एक हर साल है। क्योंकि इस साल बड़ा सूर्यग्रहण लगने रहा है, जो अमेरिका की 2014 से ग्रहण के मामले में एक हर साल है क्योंकि इस साल बड़ा सूर्यग्रहण लग रहा है. जो अमेरिका के लिए एक अद्भुत घटना होगी क्योंकि अमेरिका में ये ग्रहण सबसे ज्यादा वक्त के लिए दिखाई देगा यही वजह है कि वैज्ञानिक इसे खास मान रहे हैं. समय की बात करें तो 8 अप्रैल 2024 को सूर्य ग्रहण रात 9:12 से मध्यरात्रि 1:25 तक रहेगा जैसा ग्रहण की कुल अवधि 4:25 तक होगी इस साल का पूर्ण ग्रहण पहले के मुकाबले ज्यादा देर तक दिखेगा। ऐसा कहा जा रहा है. कि इससे पहले 1971 में ऐसा सूर्यग्रहण दिखाता पर आगे के कई सालों तक ऐसा सूर्यग्रहण नहीं दिखेगा जिसने चाँद और सूर्य को 3 मिनट से ज्यादा के लिए कवर करेगा जैसे समय आसमान में अंधेरा छा जाएगा .वहीं भारत में यह पूर्ण सूर्यग्रहण नहीं दिख पायेगा लेकिन अप्रैल 2024 का ये पूर्ण सूर्यग्रहण संयुक्त राज्य अमेरिका मैक्सिको कनाडा और उत्तरी अमेरिका के कई देशों में दिखाई देगा. भारत की बात करें तो भारत में 21 मई 2031 को वलयाकार सूर्यग्रहण कई शहरों में दिखेगा ईयर रिंग ऑफ फायर ग्रहण होगा और खासकर केरल और तमिलनाडु में अच्छे से दिखाई देगा कोच्चि चलाकुड़ी कोट्टायम तिरुवल्ला जैसे कई शहरों में ये ग्रहण दिखाई देगा 1931 की वलयाकार सूर्यग्रहण में अधिकतम सूर्य ग्रहण दिखाई देगा जो सूरी का लगभग 28.87% भागवत कवर करेगा ।


भारत  देश भारत में ये सूर्य ग्रहण दिखाई देगा या नहीं दिखाई देगा ।

surya grahan 2024 और हमारे देश में सूतक संबंधी नियमों का पालन किया जाएगा या नहीं किया जाएगा पूर्ण सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी पीपल एक सीधी रेखा में होते हैं ऐसे में इस समय सूर्य पूरी तरह से ढक जाता है और धरती पर सूर्य का प्रकाश नहीं पहुँच पाता इस तरह का ग्रहण चार सालों में पहली बार लग रहा है और इसी तरह का अगला सूर्यग्रहण अब साल 2044 में देखने को मिलेगा भारतीय समय अनुसार ये ग्रहण 8 अप्रैल को रात 9:12 से शुरू होगा और सुबह अगले दिन 9 अप्रैल को 2:22 पर समाप्त होगा किसी भी ग्रह से पहले उसका सूतक भी लग जाता है सूर्य ग्रहण का सूतक काल लगभग 12 घंटे पहले और जलग्रहण का 9 घंटे पहले लग जाता है और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल को अशुभ समय माना जाता है सूतक काल के दौरान बहुत सारे कामों को करने की मनाही होती है खासतौर पर जब ग्रहण हो। 
उस समय यदि परिवार में कोई प्रेगनेंट लेडी हो बुजुर्ग हो बीमार हो तो उन लोगों को सूर्य की रौशनी में नहीं आना चाहिए गर्भवती महिलाओं को इस दौरान नुकीली धारदार वस्तुओं का प्रयोग करें समझना चाहिए हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं मंदिर की मूर्तियों को स्पष्ट नहीं किया जाता है पूजा पाठ नहीं की जाती है लेकिन जो भी प्रेग्नेंट लेडीज है विदेशों में जहाँ पर नहीं है सूर्य ग्रहण दिखाई देगा वहाँ पर हिंदू धर्म को मानने वाले लोग इस समय खास सावधानी बरतें खासतौर पर जो भी प्रेग्नेंट लेडीज है उन्हें मानसिक रूप से मंत्रों का जाप करना चाहिए कोई भी पवित्र पुस्तक आप पढ़ सकते हैं और आप इस समय डिप्रेशन में आने से बचें और इस ग्रहण को

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