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चुनावी गहमा-गहमी:4 जून क्या इस बार बीजेपी पार करेगी 350 का आंकड़ा?


2024 India electionsबीजेपी 400 बार होगी या बिच में अटक जाएगी कुछ ही दिन में ये भी पता लग जाएगा कि क्या राहुल बाबा कांग्रेस का बेड़ा पार लगाएंगे या फिर बिच में नाव दुबयेंगे करवाएंगे जैसा की वो पाषाणकाल से करवातें आ रहे हैं है रोज़ पॉलिटिकल एक्स्पर्ट की तरफ से संभावित सीटों का आंकड़ा जनता के आगे परोसा जा रहा है आगे अजने 4 जून के नतीजे


चुनावी गहमा-गहमी: क्या इस बार बीजेपी पार करेगी 350 का आंकड़ा?

देश के हर गली मोहल्ले चौराहे गन्ने के जूस की रेडी से लेकर तक यही चर्चा गर्म है की 4 जून को क्या होने वाला है मैं इस न्यूज़ के माध्यम आपको इलेक्शन रिज़ल्ट पर और कोई डिस्कशन सुनने की जरूरत नहीं रह जाएगी हम आपको ऐसे हर एक स्टेट के बारे में बताएंगे जो पूरे चुनावी नतीजों की बाजी पलट सकता है हम आपको हर उस बड़े इशूज के बारे में बताएंगे जिसने इन चुनावों को नॉमिनेट किया है दोस्तों इस इलेक्शन से कुछ महीने पहले बीजेपी ने नारा दिया था अबकी बार 400 बार इस नारे के साथ ही ये बहस छिड़ गई कि क्या सच में बीजेपी 400 पार जा सकती है मगर जैसे जैसे इलेक्शन आगे बढ़ा ये क्लियर हो गया है कि बीजेपी का 400 पार्क है ये नारा अपने वर्कर्स में जोश भरने के लिए दिया गया था और बाद में मोदी जी ने भी खुद ये बात कह डाली चलिए ठीक है आगे बड़ते है कि क्या बीजेपी पिछली बार से ज्यादा शिट ला सकती है और अगर ला सकती है तो ये काम आखिर होगा कैसे 2019 में बीजेपी ने 300 सीट सीटें जीती थीं और एनडीए ने 353 इस बार बीजेपी अपने दम पर सच में 350 सीटें लाना चाहती है तो इसके लिए एक साथ कई चीजें उसके फेवर में काम करनी होगी

 

बीजेपी की चुनावी रणनीति: 2019 का प्रदर्शन दोहराना और 2024 का लक्ष्य।

बीजेपी ने यूपी बिहार राजस्थान मध्यप्रदेश और गुजरात जैसे जिन राज्यों में सबसे ज्यादा सीटें जीती थीं वहाँ उसे उन सीटों को होल्ड करना होगा ये देखते हुए कि 2019 में समाजवादी पार्टी और बसपा साथ मिलकर चुनाव लड़े थे तब भी बीजेपी 80 में से 62 सीटें जीत ली थी इसके बाद 2022 में हुए यूपी विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी को बड़ी जीत मिली थी इससे यही लगता है। कि बीजेपी उत्तर प्रदेश में तो 2019 वाला अपना परफॉर्मेंस तो रहा ही लेगी इसी तरह बिहार में बीजेपी ने पिछली बार 40 में से 39 सीटें जीती थीं इस बार भी जेडीयू और बीजेपी साथ मिलकर लड़ रहे हैं तो लगभग वैसा ही दोहराना मुश्किल नहीं होगा इसके अलावा राजस्थान में हाल ही में बीजेपी विधानसभा चुनाव जीती हैं। गुजरात को 30 सालों से बीजेपी का गढ़ रहा है तो ऐसा लगता है कि इन स्टेट में बीजेपी अपना 2019 वाला परफॉरमेंस रिपीट कर लेगी बीजेपी को अगर सच में 350 के फिगर को टच करना है तो उसकी नजर पश्चिम बंगाल कर्नाटक तेलंगाना और महाराष्ट्र जैसे स्टेट पर हो पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने पिछली बार 18 सीटें जीती थीं बीजेपी को उम्मीद है की इस बार वो यहाँ सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। ममता बेनर्जी की स्टेट गवर्नमेंट के खिलाफ़ जनता का गुस्सा है संदेशखाली का मुद्दा गर्म है बीजेपी ने पिछले कुछ सालों से यहाँ काफी काम किया है इसी तरह बीजेपी को उम्मीद है और तमिलनाडु में रामालिंगा के तरफ से कोई जादू चलने की संभावना है तमिलनाडु में बीजेपी अब तक की अपनी सबसे ज्यादा शिट जीत सकती है । ऐसा उसे लगता है तेलंगाना में बीजेपी टीआरएस सरकार के खिलाफ़ गुस्से का फायदा उठा सकते हैं तेलंगाना में बीजेपी पांच सीटें तक जीत सकती है उड़ीसा में वो अपना सीटों का आंकड़ा आठ से बढ़ाकर 10 कर सकती है कर्नाटक में बीजेपी ने पिछली बार 22 सीटें जीती थीं बीजेपी को उम्मीद है की वो यहाँ भी पिछली बार का इतिहास दोहरा सकती है या उससे भी ज्यादा सीटें ला सकती है। लेकिन बीजेपी के लिए 2019 का परफॉर्मेंस दोहराने के लिए सबसे बड़ा चैलेंज है महाराष्ट्र इस बार बीजेपी महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के खेमे वाली शिवसेना और एनसीपी और कांग्रेस के खिलाफ़ लड़ रही है पिछली बार बीजेपी ने महाराष्ट्र में अड़तालीस में से 43 सीटें जीती थीं और एनडीए नहीं 40 सीट थे लेकिन इस बार हो दो खेमे ने अगर सच में अपना दम दिखा दिया तो बीजेपी को यहाँ बड़ा नुकसान भी हो सकता है। कुल मिलाकर बीजेपी को अगर सच में 300 पार जाना है तो उसे 2019 वाले सारे स्टेट तो जीतने ही होंगे शाथ तेलंगाना तमिलनाडु जैसे स्टेट में अच्छी सीटें जीतनी होंगी बंगाल और कर्नाटक में भी सीटें बढ़ानी होंगी अगर बीजेपी सच में ऐसा कर पाती है तो 400 पार कर लेगी ।


क्या 2024 में कांग्रेस और इंडिया अलायंस सच में बदलेंगे सियासी समीकरण?

कांग्रेस की इस कॉन्फिडेन्स की सबसे बड़ी वजह तो ये है कि पिछली बार यूपीए होने के बावजूद विपक्ष बिखरा हुआ था पर जब से इंडिया लाइन्स का जन्म हुआ 300 से ज्यादा जगहों पर इन लोगों ने हर सीट पर बीजेपी के खिलाफ़ सिर्फ एक उम्मीदवार उतारा है तो इन को उम्मीद है कि इस बार बाजी पलट जाएगी इसके अलावा कांग्रेस हिंदी अलायंस की सरकार बनती है तो दो चीजों को एक साथ होना होगा यूपी से लेकर राजस्थान और गुजरात तक उत्तर और पश्चिम के वो सारे राज्य जहाँ बीजेपी पिछले दो इलेक्शन से लगभग तीन बार[पार कर चुकी है वहाँ उसे नुकसान हो और ये सीधे छिटककर इन्डिया लाइन्स के पास आ जाये दूसरा जी मैं राज्यों में कांग्रेस और इन डिस्ट्रॉय में वहाँ वो और करे जैसे केरल जैसे राज्य में कांग्रेस को उम्मीद है कि वो पहले से बेहतर करेगी तमिलनाडु में वो डीएम की सहयोगी है तो वहाँ भी इनकी बेहतर करेगा महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना अगर अच्छा करती है तो बीजेपी को यहाँ भी नुकसान होगा इसके अलावा पंजाब में बीजेपी वीक यहाँ आप और कांग्रेस आमने सामने अगर दोनों में से कोई भी जीतता है तो आखिर में फायदा लाइन्स को ही होगा ये भी दावा किया जा रहा है कि हरियाणा में किसान मुददे पर बीजेपी के खिलाफ़ गुस्सा है कांग्रेस यहाँ भी अपने फायदे की उम्मीद लगाए बैठी नॉर्थ ईस्ट में भी कांग्रेस पिछली बार से बेहतर करने की उम्मीद लगाए बैठी भास्कर त्रिपुरा और मणिपुर इसके अलावा कांग्रेस से हमदर्दी रखने वाले लोग ये भी मानते हैं कि भारत जोड़ों और न्याय यात्रा के जरिए राहुल गाँधी की शुरू हुई लोग उन्हें सीरियसली लेने लगे हैं यानी ये वो सारे फैक्टर्स हैं जो अगर सच में जमीन पर वर्क करते हैं तो कौन जाने 4 जून को बाजी पलट भी सकती है हैलो तो अगर 19 जैसी स्थिती नहीं है।

अगर पॉलिटिकल एक्स्पर्ट की रायजाने ,

हम अगर पॉलिटिकल एक्स्पर्ट की बात करे तो ज्यादातरएक्स्पर्ट का यही मानना है कि भले ही बीजेपी को पिछली बार से ज्यादा सीटें ना आए मगर इस बार भी सरकार उसी की बनीगी देश के सबसे बड़े चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का मानना है कि अपनी वेलफेयर स्कीम और पीएम मोदी के फेस पर बीजेपी इस बार भी दमदार परफॉर्मेंस देंगे महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे स्टेट में तो वो सभी को सरप्राइज़ भी कर सकती है

पॉलिटिकल एक्स्पर्ट प्रशांत साहब

प्रशांत साहब कहते हैं कि बीजेपी 400 या 370 सीटें तो नहीं लाएगी लेकिन इस बार भी वो आराम से सरकार बना ली आपको बताते चले की सुनोजी जो बीजेपी के मुखर विरोधी माने जाते हैं वो तो बीजेपी के इतने खिलाफ़ है की अगर उनके घर दूध भी फट जाए तो उन्हें इसमें मोदी की साजिश है

पॉलिटिकल एक्स्पर्ट जर्नलिस्ट राजदीप सरदेसाई

एम् डी आलीस के बेटर जर्नलिस्ट राजदीप सरदेसाई का मानना है कि बीजेपी और एनडीए का परफॉर्मेंस इस बात पर डिपेंड करेगा कि महाराष्ट्र और बिहार जैसे स्टेट में उनका गठबंधन कैसे काम करता है मगर बीजेपी अपने लोगो के साथ सही रणनिति बना लेती है तो फिर से 300 सीटें जीत लेगी

आशुतोष जी पॉलिटिकल एक्स्पर्टकी 

मगर आशुतोष जी की सोच या जानकारी इनसे अलग है उन्हें बुरा लगता है कि बीजेपी इस बार भारी प्रेशर में है और अब तक टोटल छह फेज की वोटिंग हो चुकी है इन छह फेस में अब तक 60 वो 65% के आसपास हो चूका है 2019 में यही वोटिंग परसेंटेज 67 के आसपास था मतलब अब तक के आंकड़ों के हिसाब से आप ये कह सकते है की इस बार वोटिंग परसेंटेज लास्ट टाइम से थोड़ा ग्राम रहा है एक्सपर्ट्स मानते हैं की जब लोग भारी तादाद में घर से निकलकर वोट करते हैं तो इसका मतलब है की वो बदलाव के लिए वोट करने निकले हैं और जब वोटिंग परसेंटेज कम हो तो इसका मतलब है कि लोगों में वोट करने के लिए उत्साह नहीं है मगर इससे भी आप ज्यादा कुछ नहीं समझ सकते क्योंकि यहाँ फिर हमें ये भी देखना पड़ेगा कि कौन सा पक्ष ज़्यादा वोट कर रहे हैं और कौन सा पक्ष कम वोट कर रहे हैं आपको बता दे 2004 में जब बीजेपी ने इंडिया शाइनिंग का नारा दिया तबसे लेकर आजतक बीजेपी के शिट में बड़ोतरी होती आ रही है 2004 में सबको लग रहा था कि वाजपेयी जी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे लेकिन बीजेपी हार गई 2014 में जब किसी ने भी नहीं सोचा था कि बीजेपी अपने दम पर सरकार बना पाएगी तो उसने सरकार बना ली 2019 में किसी को ही उम्मीद नहीं थी कि मोदी पहले से ज्यादा सीटें लाकर प्रधानमंत्री बन जाये गे वो भी हो गया इसीलिए ये बता पाना सही नहीं है कि इस बार आखिर होगा क्या

2024 की लड़ाई: बीजेपी की योजनाएं और कांग्रेस की उम्मीदें

अगर फिर भी यह देखा जाये तो कि बीजेपी के खिलाफ़ कांग्रेस ने ऐसा कोई बड़ा एजेंडा नहीं खड़ा कर पाई है उससे यही लगता है कि शायद कोई बड़ा सरप्राइज़ ना हो दूसरी तरफ इस इलेक्शन में बीजेपी के राज में कई गिनाने के लिए स्कीम में है जैसे आयुष्मान भारत और मुफ्त अनाज एसी वेलफेर योजनाएं थीं नरेंद्र मोदी का लोकप्रिय चेहरा था और धारा 370 हटाकर और राम मंदिर बनवाने जैसी ऐसी बातें भी जिसे उनके विरोधी भी चाहकर झूठा साबित नहीं कर सकते है अब 4 जून को ये पता लग जाएगा कि अगले पांच सालों के लिए किस किस पार्टी का राज होगा कोंगरेश या फिर बीजेपी

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